इन्सान हो कर गर इन्सान के लिए ये भी न किया, तो सोचिये, भावहीन होकर जीवन जिया तो क्या जिया ? इन्सान हो कर गर इन्सान के लिए ये भी न किया, तो सोचिये, भावहीन होकर जीवन ज...
वह पोंछने लगा .. तब लड़की को लगा कि यही सच्चा प्यार है ! वह पोंछने लगा .. तब लड़की को लगा कि यही सच्चा प्यार है !
हम मनोहर दूरवर्ती, कार्यक्रम चलाएं। अपने सभी बच्चों का,हम सब ग्रुप बनाएं। हम मनोहर दूरवर्ती, कार्यक्रम चलाएं। अपने सभी बच्चों का,हम सब ग्रुप बनाएं।
दुनिया सूरदास की आबाद करें, करके नेत्रदान दुनिया सूरदास की आबाद करें, करके नेत्रदान