चंदा को देखा है.. जबसे मैंने
चंदा को देखा है.. जबसे मैंने


चंदा को देखा है...जबसे मैंने..
कितनी नींदे गवाई है ...मैंने..
ख्वाबों में सिर्फ तुम को ही देखा हैं..
चेहरे पर मेरे रोनक सी छाई हैं..
मन मेरा खींचा चला आया तेरी और..
एक अलग सी खामोशी दिल पर छाए है..
ना जाने कितनी बैचेन रात और दिन..
मैंने तेरे ख्वाब में अपने चूराए है
तुम हो.. तो है ये जहा रंगीन मेरा..
सुकून की जिदंगी हमने पाई है..
किसमत मेरी देखो तुम आज
आज मुझ पर ही बरस आए...
चंदा को देखा है...जबसे मैंने..
कितनी नींदे गवाई है ...मैंने..
ख्वाबों में सिर्फ तुम को ही देखा हैं..
चेहरे पर मेरे रौनक सी छाई हैं।