चलते चलो...!!!
चलते चलो...!!!
समय के साथ
अपनी सोच बदलो...!
सकारात्मक बनो...!
उद्यमशीलता एवं जीवनादर्शों को
अपनी ध्येयसिद्धि का माध्यम बनाकर...
कर्मदक्षता सहित
आत्मविश्वासी बन
दृढ़ संकल्पित कार्यों द्वारा
हर संभव कोशिश करते चलो,
मेरे अनुज विक्रम (विक्टर तपादार)।
हमारे भकुवामारी गाँव (आलिसिंगा, शोनितपुर, असम) के
घर में तुम्हारी उपस्थिति
हमारे माता-पिता के लिए
एक सशक्त माध्यम है।
विक्रम, तुम्हारा अमूल्य योगदान
तपादार परिवार के लिए
अमूल्य, अविस्मरणीय एवं अतुलनीय है!!!
तुम ज़रूर कामयाबी हासिल करोगे,
विक्रम,
बस अपना लक्ष्य कभी मत भूलना...
तुम एकनिष्ठ भाव से
आत्मविश्वासी बनकर
अपने ध्येयमार्ग पर चलते चलो...!
...चलते चलो...!!
...चलते चलो...!!!
