बलखाये , क्षण भर में ये घूम आये देखो सारा संसार, हवा से तेज भागे है मन फिर भी थकना पा बलखाये , क्षण भर में ये घूम आये देखो सारा संसार, हवा से तेज भागे है मन फिर...
चौदहवीं के चांद जैसा है आपके चेहरे की सुंदरता चौदहवीं के चांद जैसा है आपके चेहरे की सुंदरता
पिता वह शख्स होते जो कभी भी अपने बच्चों के लिए दिखावा नहीं करते, पिता वह शख्स होते जो कभी भी अपने बच्चों के लिए दिखावा नहीं करते,
भारत की पहचान लौटाना है अपनी सुनहरी संस्कृति को बचाना है ! भारत की पहचान लौटाना है अपनी सुनहरी संस्कृति को बचाना है !