चल रहे हालात
चल रहे हालात
सोचा चल रहे हालात का कुछ बयां लिखूँ
सामाजिक दूरी या परिवार की नजदीकी लिखूँ
सुनसान रास्ते या धरती को मिला सुकूँ
लिखूं पिंजरे में बंध इंसान या आज़ाद उड़ता पंछी लिखूँ
वीरान मंज़र या चलते मजदूर की कतार लिखूँ
रद्द हुई परीक्षा या ज़िन्दगी में आया इम्तहान लिखूँ
कोरोना के साथ जंग या भूखे पेट की तलब लिखूँ
ठहरी ज़िन्दगी या मौत और ज़िन्दगी में छिड़ी जंग लिखूँ
हिन्दुस्तान पर ताला या खींची हुई लक्ष्मण रेखा लिखूँ
पशुओं पर अत्याचार या इंसान का इंसान पर वार लिखूँ
कुदरत के साथ खिलवाड़ या रक्षकों का बखान लिखूँ
सोचा चल रहे हालात का कागज़ पर कुछ बयां लिखूँ।