नौ देवियां
नौ देवियां
पूजी हैं नौ देवियां, मन में धर विश्वास।
मानवता कल्याण की, जगा गई थी आस।
जगा गई थी आस, सावित्रीबाई माई।
आजादी की जंग, लड़ी झलकारीबाई।
देख रमाई मात, सरीखी कोनी दूजी।
प्रीती वाद्देदार, उधो पासी भी पूजी।
पूजी हैं नौ देवियां, मन में धर विश्वास।
मानवता कल्याण की, जगा गई थी आस।
जगा गई थी आस, सावित्रीबाई माई।
आजादी की जंग, लड़ी झलकारीबाई।
देख रमाई मात, सरीखी कोनी दूजी।
प्रीती वाद्देदार, उधो पासी भी पूजी।