वह छोटी लड़की
वह छोटी लड़की
वह छोटी लड़की
समझदार थी
उम्र चाहे थी उसकी कम
खामोश रहती थी
बोलती थी कम पर
सोचने की
समझने की
ज्ञान के प्रवाह को
ग्रहण करने की
उसमें क्षमता थी अधिक
हम उम्रदराज थे
जीवन का
अनुभव अधिक था पर
दुख, परेशानी, बीमारी और
न जाने कितनी
दुविधाओं, जटिलताओं,
विकृतियों आदि के जाल से
बंधे थे
हमारे जीवन के दीपक की
रोशनी कम हो रही थी।
उस छोटी लड़की को एक
उम्मीद की नजर से हम
देख रहे थे
हमारा तन, मन और
आत्मा
सब कुछ अब क्षीण हो
चला था
हम छोटे छोटे
फूल से बच्चों में
बचा हुआ जीवन
जीने के लिए
कुछ जीवन के अंश खोज
रहे थे।