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Prem Kumar Shaw

Romance

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Prem Kumar Shaw

Romance

चिड़िया

चिड़िया

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तुम्हारे घर के 

पीछे की खिड़की से

जो एक छोटी


चिड़िया दिखती है

जिसे रोज सुबह तुम

निहारती हो अपने 

मृदुल नयनों से


मैं वह चिड़िया

बनना चाहता हूँ

और तुम्हारे

नयनों के सामने


यूँ ही सुबह-शाम

उड़ना चाहता हूँ।


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