अभिलाषा
अभिलाषा
पुनर्जन्म में मैं
विश्वास नहीं करता
और न ही कभी मुझे ईश्वर साक्षात्
दिखे हैं।
...
अगर इस संसार में
ईश्वर हैं
और पुनर्जन्म होता है
तो मेरी प्रार्थना है ,
हे! प्रभु
तुम मुझे अगले जन्म एक पौधे के रूप में जन्म देना,
वह पौधा जो बड़ा होकर
एक वृक्ष बनेगा.. "सदाबहार वृक्ष"
जो हर वक्त थके हारे लोगों को छाँव देगा
जिसमें बसेंगे
बहुत से पक्षियों के आशियाने।
...
मुझे पता है
कि लोग एक दिन काट देंगे मुझे भी
जैसे काट रहे हैं आज
निरीह वृक्षों को अपने स्वार्थ के वशीभूत हो
और प्रकृति से बैर मोल ले रहे।
...
फिर भी मैं एक वृक्ष के ही रूप में
जन्म लेना चाहता हूँ
क्योंकि मनुष्य रूप में जन्म लेकर
मैं जो कर पा रहा हूँ
और भविष्य में जो करूँगा,
मुझे पता है
एक वृक्ष के रूप में उससे कुछ ज्यादा ही करूँगा
और इस संसार को जीने के लिए थोड़ी सी हवा ,
कुछ आशियाने और थोड़ी सी छाँव देकर अपने होने का प्रमाण दूँगा।