शीर्षक:दीए संग बाती
शीर्षक:दीए संग बाती


एक रीत सी एक प्रीत
दिए और बाती सी मीत
कब हो पाए जुदा
एक संग साथ मिला लिया
ओर साथ एक दूसरे का लिया
दिए संग बाती..!
हिती प्रीत मेरी भी तुझसे
बिल्कुल दिए की बाती सी
मिलकर रहते प्रीत से संग
रंग होते हमसे भी झिलमिल
एक रीत सी एक प्रीत सी
दिए संग बाती..!
करके दिल बड़ा होते संग
छोड़ देते गलती गिनानी
बस चलते संग संग जीवन डगर
बस दीए कि बाती बन
रहता तू भी दिए सा बन संग जैसे
दिए संग बाती।