:आत्मचिंतन जरूरी है
:आत्मचिंतन जरूरी है
स्वयं का करें निरीक्षण
करें रोज ही आत्मचिंतन ।
अपनी सार्थकता करे प्रमाणित
तभी होगा जीवन सुखी ।
मानव का मानव से तालमेल
और करें प्रकृति से तालमेल।
स्वनुशासन से होता तालमेल,
तभी होगा जीवन सुखी ।
सुविधा संग्रह नहीं जरूरी,
भोग विलास से नहीं कोई सुखी
स्वयं को पहचानो,
तभी होगा जीवन सुखी
समाधान अगर हो पाना,
तो स्वंय पर करना होगा काम।
तभी मिटेंगे भय क्लेश,
होगा जीवन का समाधान ।