मिज़ाज
मिज़ाज
फ़कीरी मिज़ाज हूँ मैं,
अपना अंदाज़ बयां रखतीं हूँ।
औरो से जुदा मेरा वजूद,
हर दम मस्त रहती हूँ।
फ़कीरी मिज़ाज हूँ मैं,
अपना अंदाज़ बयां रखतीं हूँ।
औरो से जुदा मेरा वजूद,
हर दम मस्त रहती हूँ।