STORYMIRROR

Tejas sawant

Inspirational

4  

Tejas sawant

Inspirational

आधा सा टूटा हूं।

आधा सा टूटा हूं।

1 min
386


आधा सा टूटा हूं

टुकड़ों में बिखरा हूं

दो पल की जिंदगी में

आधा सा टूटा हूं


महफिलों में मशहूर था तब

मैं फिलहाल गुमनाम हूं

आबाद था कुछ वक्त पहले 

अब तो सिर्फ बरबाद हूं

दो पल की जिंदगी में

आधा सा टूटा हूं


जिंदगी तू भी कितनी उलझी है

किस्मत उसकी जिसे तू सुलझी है

शिकायत नहीं कोई तुझसे

शायद मैं ही कमजोर हूं

दो पल की जिंदगी में

आधा सा टूटा हूं


इस टूटे हाल को

कुछ करना होगा

जिंदगी है साहब

थक कर भी चलना होगा

जिंदगी मैं वापस लौटूंगा

क्या हुआ अगर आधा सा टूटा हूं

ए जिंदगी पुछ मेरे रास्तों को

एक बार क्या सौ बार गिरकर उठा हूं...


        



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational