जुनून
जुनून
स्टोरी मिरर
एक जुनून
गज़ब की चाहत
उठते बैठते
दिमाग घूमता
कोई कविता
कोई कोट
कोई कहानी।
हालत यह
जब तक बैठ
कुछ लिख न लो
तब तक नहीं चैन
न दाना पानी।
अब तो हालत ये
सब्मिट किए बिना
नींद नहीं आती
दिल को सुकून नहीं।
सुबह आँख खुलते
पहले मेल चैक
फिर बाकी काम
प्रभु का नाम।
भगवान...
झूठ न बुलवाए
दिन....
हो जाता है
एस एम के नाम।
52 हफ्
तों के साथ
हर दिन नवम्बर
अब तो खुद पर
विश्वास नहीं होता
कि हम लिख रहे हैं।
यह जुनून
कहाँ ले जाएगा
मालूम नहीं
लेकिन अब
दिमाग की सोच
टाइप की स्पीड
दोनों बढ़ गए हैं।
हैरानी और भी है
यहाँ जो भी
लिखने को मिलता
सब लिखा जाता ।
धन्यवाद एस एम
तहे दिल आभार
मेरा जुनून
तुम्हारी प्रेरणा
रंग लाएँगे
एक दिन।
मन में है विश्वास
पूरा है विश्वास
यह जुनून
सिर चढ़ बोलेगा।