सालगिरह सुनहरी
सालगिरह सुनहरी
जिनकी यादें हृदय में है, बहुत ही गहरी
आज उनदोनों की सालगिरह है, सुनहरी
मुबारक मम्मी-पापा को 49वीं सालगिरह
आपके दम पर टिकी हुई है, दुनिया मेरी
सर पर हमारे आपकी छाया हो घनेरी
बालाजी से हर रोज यही प्रार्थना है, मेरी
मेरे हिस्से की सब खुशियां आपकी हो,
आपके गम हिस्सों से मुलाकात हो मेरी
यही दुआ बस यही प्रार्थना है, रब से मेरी
आखातीज पर्व पर हुई थी, आपकी मेरी
साथ परशुरामजी जन्मदिन की थी घड़ी
मुबारक हो आपको सालगिरह, सुनहरी
आपने के बिना, यह जीवन राख की ढेरी
आप हो मेरे रब, में एक छोटी सी गिलहरी
आपके स्नेह से ही चल रही है, गाड़ी मेरी
पापा-मम्मी आप दोनों ही हो ताकत, मेरी
आप बिना पापा-मम्मी जिंदगी है, अधूरी
मुबारक हो आपको सालगिरह, सुनहरी
खुदा से यही है, हर समय इल्तजा मेरी
आपके आशीर्वाद की रहे, छाया गहरी
मेरी भी उम्र आप दोनों को लग जाये,
आपके जीवन में न आये, कभी दुपहरी
आपकी जोड़ी बनी रहे, सदियों तक गहरी
मुबारक हो आपको सालगिरह, सुनहरी।
