यह एक पेड़ बनेगा तो
यह एक पेड़ बनेगा तो
पौधे को मैं
पानी दूंगा
सूरज की गर्मी दूंगा
अपने प्यार का आंचल दूंगा
रोज उसे दुलार दूंगा
एक मां का बच्चे के प्रति
होता जो स्नेह
वैसी ही संभाल दूंगा
पल पल उसे बढ़ता देखूंगा
एक परिवार के सदस्य सा ही
मान दूंगा
इसके साथ साथ मैं भी
बड़ा हो जाऊंगा
यह एक पेड़ बनेगा तो
मैं भी एक युवक बन जाऊंगा
इसकी घनेरी छांव में खेलेंगे, पढ़ेंगे और
आराम करेंगे मेरे बच्चे और
उनके दोस्त
मैं इसको कोटि कोटि प्रणाम करूंगा
इसके अहसानों का धन्यवाद करता कभी नहीं
थकूंगा।
