एकता में बल
एकता में बल
जैसे अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता,
वैसे मिलकर एक और एक ग्यारह होता,
मैं और मेरा करें तो समाधान नहीं मिलेगा,
मिलजुल कर समस्या का निदान मिलेगा।
उपरोक्त चित्र एकता का बल बयाँ करता,
मुसीबत में एक दूजे का साथ दे हल पाया
वरना डंडा कोई भी छोड़े तो मरना तय था
संगठन में शक्ति हैं उदाहरण से समझ आया।
हमारी जिन्दगी को भी ऐसे लोगों ने घेरा हुआ,
कोई चाहते गिराना तो कोई चाहते साथ निभाना,
इनको पहचानेंगे कैसे!बड़ा सवाल खड़ा होता,
बुरा वक़्त आने पर अपने आप पता चल जायेगा!।
परोपकार करने में पुण्य का समावेश होता,
और मारने वाले से तारने वाला सदैव बड़ा होता,
अपने स्वभाव में मदद की मानसिकता रखना,
वैसे भी जितना आयुष्य उतना ही तो हमें जीना।।
संगीता अशोक कोठारी