तस्वीर
तस्वीर
प्रेम,
जिसमें मैं
असफल हो चुका हूँ
उनके लिए लिखी गई
कविताएँ अब डायरी के
पन्नों में तस्वीर बन जाएंगी
और समय-असमय
उनसे मेरी निगाहें मिलेंगी,
कभी-कभी उनके
अंदर छिपे अर्थों से भी
मुलाकात हो जाएंगी,
पर वें अर्थ तब
कमजोर पड़ गये होंगे
इन बीतते दिनों के साथ
जो तस्वीर बनने से
पहले थी।