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Arun Gondhali

Inspirational

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Arun Gondhali

Inspirational

थकना नहीं है

थकना नहीं है

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भले उम्र हो गई पैंसठ की

हमें रुकना नहीं है

दौड़ना हैं जिंदगी की रेस में

हमें थकना नहीं है ।


अभी दुनिया ने कहा देखा है

इस रुआब को

छलकाते है जाम यारों के संग

पैर डगमगाते नहीं हैं ।


बाजुओं में जोर शेर अकेले घूमने में भी माहिर है

चट्टानें भले हो सामने रुकना नहीं है

बुलंदी छू लेना है हर हाल में

हार मानना नहीं है ।


खुद को सिर्फ सोलह का समझना है

स्विट सिक्सटीन हमेशा बने रहना है

हमें हर हाल खुशहाल रहना है

हमें थकना नहीं है ।


 


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