थकना नहीं है
थकना नहीं है
भले उम्र हो गई पैंसठ की
हमें रुकना नहीं है
दौड़ना हैं जिंदगी की रेस में
हमें थकना नहीं है ।
अभी दुनिया ने कहा देखा है
इस रुआब को
छलकाते है जाम यारों के संग
पैर डगमगाते नहीं हैं ।
बाजुओं में जोर शेर अकेले घूमने में भी माहिर है
चट्टानें भले हो सामने रुकना नहीं है
बुलंदी छू लेना है हर हाल में
हार मानना नहीं है ।
खुद को सिर्फ सोलह का समझना है
स्विट सिक्सटीन हमेशा बने रहना है
हमें हर हाल खुशहाल रहना है
हमें थकना नहीं है ।
