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Hassan Bilal

Action

2  

Hassan Bilal

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चार दोस्त

चार दोस्त

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निकल गए हम चार दोस्त 

दो साइकल है हम चार दोस्त ।।

जेब है खाली।

ख्वाहिश है बाकी ।। 

पहुंच गए हैं दूर। 

जहां न कोई कानून है ।

न कोई बनाने वालेे।।

खुशी है यहां न है गम।

ये वो जगह है जहां हो तुम।।



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