बुनियाद
बुनियाद
आपने कहा था
आप लौटेंगे
क्या पता था!
आपसे हमारी
आखिरी मुलाकात थी,
आँखें नम है लेकिन
दिल में हैं प्रार्थनाएँ
पापा आपको हम
कैसे भूल जाएँ
ज़िन्दगी आपसे थी
क्यूँकि हर चुनौती में
स्तंभ से खड़े रहना
और
वो प्यार की थपकी
हिम्मत जगाती थी,
बुनियाद क्या हिली
स्तंभ वो दरक गया
जाने आयी वो कैसी
तूफानी रात थी !