STORYMIRROR

Swati Sharma

Drama

3  

Swati Sharma

Drama

बटुआ

बटुआ

1 min
392

तुम उसके और वो तुम्हारी तब हुई

जब बटुए में उसकी तस्वीर शामिल हुई।


तुम उसके और वो तुम्हारी तब हुई

जब ख्वाहिश उसकी और सपने तुम्हारे हुए।


तुम उसके और वो तुम्हारी तब हुई

जब लकीरें तुम्हारी उसके बीच की धूमिल हुई।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama