बस मिले हम कहीं, कहीं ना कहीं!
बस मिले हम कहीं, कहीं ना कहीं!
बस मिले हम कहीं, कहीं ना कहीं!
हो जाए यहां कुछ ऐसा भी,
जो तेरी सूरत देखूं हर जगह सभी।
मेरे दिल की हर बात तेरे दिल में हैं,
तेरे दिल की फरियाद मेरे दिल में हैं।
बस मिले हम कहीं, कहीं ना कहीं!
ये इंतजार के दिन अब गुजरते नहीं,
बस तेरी याद, याद बाकी यही।
रोज ख्वाबों में मिलना होता हैं,
पर इस दिल को यह बस काफी नहीं हैं।
बस मिले हम कहीं, कहीं ना कहीं!
तेरा मेरा मिलना तो कुछ ऐसा हैं,
जैसे दूध में पानी डाले कोई।
कुछ ऐसा है दिल का हाल यहाँ,
बस दोनों दिल मिलना चाहते हैं जहाँ।
बस मिले हम कहीं, कहीं ना कहीं!
तेरा आना मेरी जिंदगी में नूर हैं,
तेरे से मेरा जीवन मशहूर हैं।
अब चाहे कैसे भी हो जाए ये जिन्दगी,
पर तेरे लिए, हमें जीना तो जरूर हैं, जीना तो जरूर है।