जीवन नारायण नारायण नाम करें,,
जीवन नारायण नारायण नाम करें,,
ये मन नारायण नारायण नाम कहे,
अब तन नारायण नारायण ध्यान धरे,
धड़कन नारायण नारायण कहती रहे,
जीवन नारायण नारायण नाम करे,,।
उस मन को भला कौन जान सके,
जिस मन हर पल मनमोहन रहे,
उस मन की प्रीति समझें कौन,
जिस मन की प्रीत श्याम रहे,
भक्ति की शक्ति में हैं मन,
प्रेम भक्ति में ये जीवन,
उस मन रहते राधारमण है,
इस मन रहते नारायण है,
इस मन रहते मेरे कृष्ण है,
मन रहते हैं कृष्ण मुरारी,
श्वास बन बहते बांके बिहारी,
तन मन धन सब उनको सौंपकर,
मैं जाऊं तुम पर बलिहारी,,।
ये मन नारायण नारायण नाम कहे,
अब तन नारायण नारायण ध्यान धरें,
धड़कन नारायण नारायण कहती रहे,
जीवन नारायण नारायण नाम करें,,।
समझ सका ना कोई मन को,
जान सका ना अन्तर्मन को,
इस तन मन श्याम बसें हैं,
जीवन में घनश्याम बसें हैं,
कोई समझें या ना समझें,
इस मन के मनन को,
नारायण सब समझ रहे हैं,
जीवन के चिन्तन को,
ऐसी समझ ना किसी जन को,
जो समझें निर्मल मन को,
श्याम सुन्दर सब समझ रहे हैं,
हदय की हर धड़कन को,,।
ये मन नारायण नारायण नाम कहे,
अब तन नारायण नारायण ध्यान धरें,
धड़कन नारायण नारायण कहती रहे,
जीवन नारायण नारायण नाम करें,,।
प्रेम के इस उपहार में,
क्या दूं मैं तुमको इस प्यार में,
सब कुछ फीका लगता हैं हमको,
तुम्हारे लिए इस संसार में,
कुछ देने लायक हैं जो भगवन,
वह तो बस हृदय मेरा मोहन,
प्रेम भेंट को स्वीकारों तुम,
अपना कहकर पुकारों तुम,
यही मेरा आग्रह हैं,
जो बस प्रभु तुमसे है,
कमल पुष्प की माला बनाई,
तुम्हारे लिए दिल से सजाई,
सुन्दर कोमल महके-महके,
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bsp; कमल पुष्प चुनकर मैं लाई,
कंठ में धारण करो तुम भगवन,
यहीं चाहत हैं कृष्ण कन्हाई,
जीवन एक उपहार सा तुम संग,
तुमसे हुईं मेरी प्रेम सगाई,,।
ये मन नारायण नारायण नाम कहे,
अब तन नारायण नारायण ध्यान धरें,
धड़कन नारायण नारायण कहती रहे,
जीवन नारायण नारायण नाम करें,,।
हम तुम ऐसे हैं गिरधारी,
मोर मुकुट पीतांबर धारी,
जैसे सुमन में खुशबू रहती,
जैसे सांसें जीवन में बहती,
उस सुमन की खुशबू तुम हो,
इस जीवन के प्राण तुम्हीं हो,
हम तुम ऐसे ही हैं बनवारी,
कृष्ण कन्हैया बांके बिहारी,
अब हमको कोई चिन्ता ना प्यारी,
जब तन मन में कृष्ण मुरारी,
छोड़के अब ये दुनिया दारी,
बस चाहत हैं बांके बिहारी,
मेरे जीवन की अंतिम राह,
बांके बिहारी मोहन मुरारी,
इस दिल की बस एक हीं चाह,
गोवर्धन धारी रमण बिहारी,,।
ये मन नारायण नारायण नाम कहे,
अब तन नारायण नारायण ध्यान धरें,
धड़कन नारायण नारायण कहती रहे,
जीवन नारायण नारायण नाम करें,,।
ओ कृष्ण मुरारी मोहन,
मैं बस तेरी हों जाऊं सोहन,
ओ बांके बिहारी मोहन,
मैं बस तेरे गुण गाऊं सोहन,
कृष्ण मुरारी प्यारे मोहन,
बांके बिहारी प्यारे सोहन,
मैं हों गई हूं तुझमें मगन,
मुझको लागी बस तेरी लगन,
सांवरे श्याम मनमोहना,
तूं ही अब मेरी दिल धड़कन बना,
मेरा लगता कहीं नहीं मन,
तुम जीवन तुम प्राण धन,
मैं हों गई हूं तुझमें मगन,
मुझको लागी बस तेरी लगन,
चरणों में मेरा सबकुछ अर्पण,
जीवन बन जाएं एक समर्पण,,।
ये मन नारायण नारायण नाम कहे,
अब तन नारायण नारायण ध्यान धरें,
धड़कन नारायण नारायण कहती रहे,
जीवन नारायण नारायण नाम करें,,।