बस कर अब ऐ पाकिस्तान
बस कर अब ऐ पाकिस्तान
बस कर अब ऐ पाकिस्तान
भारत के जन जन की यही जुबान
अब नही कोई तेरा यहा सहारा
भारत ने दिखा दिया किनारा।
ठान लिया है भारत ने करेगा तेरा नाश
खाने को न रोटी,
पीने को न पानी होगा तेरे पास
वक्त है अभी भी सोच को सुधार।
आतंकवाद की जड़ो को निकाल दे बाहर
जेश को अब जो दिया तूने ठिकाना
एक एक हिसाब पड़ेगा चुकाना
पकड़ पकड़ के मारेंगे एक एक को।
चाहे तू बोले के तुम कितने ही नेक हो
सर्जिकल स्ट्राइक हो गयी अब पुरानी
भारत लिखेगा तेरी नई कहानी
कश्मीर पर जो तूने उठाई आंख।
तेरे इरादो को कर देंगे राख
जितनी तेरी चादर है उतने पैर पसार
कही निकाल ने फैंके भारत
तुझे लाहौर के भी बाहर
बस कर अब ए पाकिस्तान।