ये शोर क्यों मचा है ?
ये शोर क्यों मचा है ?
भीड़ में अक्सर ही उनको अपने से गैर बनते देखा है।
कोई जाकर तो पूछे उनसे आखिर इसकी भी क्या वजा है ?।।1।।
उनको लगता है खुदा ने उनको यूं ही माफ कर दिया है।
सुन गैर समझने वाले काम तुझको जो आई मेरी ही दुआ है।।2।।
किसी रिश्ते को ना बांधो रस्म ओ रिवाजों के दायरे में।
किसी बच्चे को मां से दूर कर देना भी होती एक सजा है।।3।।
अक्सर तन्हाई में जाकर मेै गुजरें लम्हों को सोचता हूं।
उनकी यादों की सोहबत का अपना अलग ही इक मजा है।।4।।
मेरे आस-पास होने से तू अपनों में बदनाम हो जाएगा।
छोड़ दे तू मुझको तेरी ख़ातिर मेरे दिल की भी यही रजा है।।5।।
हर इंसान की एक उम्र है वह मैदानें हश्र को जाएगा जरूर।
समझाओ कोई उनको उसकी मौत पर ये शोर क्यों मचा है ?।।6।।