बरसात में मिलन
बरसात में मिलन
बजा रहा हूं मेघ मल्हार मैं ,
प्यार का आलाप कर रह हूं,
आसमान में चमकती दामिनी से,
सनम का चेहरा मैं ढूंढ रहा हूं।
सररर लहराते ठंडे पवन में,
मेघ मल्हार के स्वर को बहा रहा हूं,
सनम की पुकार सुनने के लिये मैं,
दिल की धड़कन को मिला रहा हूं।
बारिश की तूफ़ानी रफ्तार में,
मेघ मल्हार की लय बढ़ा रहा हूं,
बारिश में सनम को आती देखकर मैं,
प्यार भरी तान लगा रहा हूं।
बरसती बारिश के शोर में सनम की,
पायल की झनकार मैं सुन रहा हूं,
उसकी मतवाली चाल देखकर मैं,
प्यार की तन्हाई दूर कर रहा हूं।
मिलन के लिये आई सनम को,
प्यार भरा आलिंगन दे रहा हूं,
"मुरली" में मधुर तान छेड़कर मैं,
प्यार में मग्न बनकर झूम रहा हूं।