बर्दाश्त करो
बर्दाश्त करो
कभी कभी ज़रूरी हो जाता है
नितांत अकेले रहना,
खुद से बातें करना
खुद की कमी समझना,
खुद को खुद की नज़र से देखना:
और कभी कभी...
बेहद ज़रूरी हो जाता है,
खुद को बर्दाश्त करना !
कभी कभी ज़रूरी हो जाता है
नितांत अकेले रहना,
खुद से बातें करना
खुद की कमी समझना,
खुद को खुद की नज़र से देखना:
और कभी कभी...
बेहद ज़रूरी हो जाता है,
खुद को बर्दाश्त करना !