"बन जाऊंगी काबिल एक दिन"
"बन जाऊंगी काबिल एक दिन"
बन जाऊंगी काबिल एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं
मिल जाएगी मंजिल एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं
देखें है ख्वाब मैने कुछ धुंधले से कुछ अधूरे से
हो जाएंगे पूरे एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं
जब भी बढ़ते कदम आगे ,
मंजिल पथ पर दिखता
दरिया जटिलता का तूफान मुसीबतों का
झोंका आंधी का भंवर चक्रवात का
सोच कदम रुक जाते
फिर उम्मीद की किरण कहती
रास्ता देगा दरिया
थम जाएंगे आंधी तूफान
शांत हो जाएगा चक्रवात
इस उम्मीद से जी रही हूं
बन जाऊंगी काबिल एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं
मिल जायेगी मंजिल एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं
खुद पर हो अगर विश्वास
हर कठिनाई से लडने का हो सामर्थ्य
लक्ष्य प्राप्त करने की हो ज्वाला
तो नहीं कुछ नामुमकिन इस उम्मीद से जी रही हूं
बन जाऊंगी काबिल एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं
मिल जायेगी मंजिल एक दिन इस उम्मीद से जी रही हूं।