भवप्रीता
भवप्रीता
सृजन भजन महिमा मंडल हो,
तत्व ज्ञान हर शब्द अमर हो ।
मात ईश्वरी पदम तुम्हारे,
धरे धरा धन धान्य डगर हो ॥
कण कण में प्रति क्षण क्षण देखा ,
भवप्रीता भव्या भव्य सुरेखा ।
भूल गया जो मंत्र तुम्हारे ,
वो भी ना होता अनदेखा ॥
सृजन भजन महिमा मंडल हो,
तत्व ज्ञान हर शब्द अमर हो ।
मात ईश्वरी पदम तुम्हारे,
धरे धरा धन धान्य डगर हो ॥
कण कण में प्रति क्षण क्षण देखा ,
भवप्रीता भव्या भव्य सुरेखा ।
भूल गया जो मंत्र तुम्हारे ,
वो भी ना होता अनदेखा ॥