भारत की सियासत
भारत की सियासत
सदा ही मौज में रहना
भारत की सियासत है
बदी की धार में बहना
भारत की सियासत है
भले जो भी हो सच उसका
यहां मतलब नहीं कोई
हमेशा झूठ ही कहना
भारत की सियासत है
इक्के दुक्के वाले लोग
नहलों तक हैं जा पहुंचे
सड़कों की सियासत कर के
महलों तक हैं जा पहुंचे
इन्होने गाँवों को खाया
शहरों को भी खा बैठे
नदी नाले पुलिया पुल
नहरों को भी खा बैठे
जनता को खाते ही रहना
भारत की सियासत है
हमेशा झूठ ही कहना
भारत की सियासत है
जब आते तो आते हैं
शराफत के भेषों में
जब जीत जाते तो
मजा करते विदेशों में
जो भी होता हो आपस में
हिस्सा बांट लेते है
किसी भी काम से पहले
कमीशन काट लेते हैं
कमीशन काटते रहना
भारत की सियासत है
हमेशा झूठ ही कहना
भारत की सियासत है