भाई
भाई
सच्चे धागों से बांधी है एक रेशम की डोर
चाहे भी ना टूटे कोई कितना लगा ले जोर
ना मांगूँ रूपया, गहना और ना मांगूँ जायदाद
बस इतना मांगूँ भाई मेरे आपसे करते रहना याद
दूर रहकर भी भैया आप सब की मैं सारी बलाएँ ले लूं
हो पाए तो मैं अपने हिस्से की भी सारी खुशियाँ आपको दे दूं
करूँ कामना उस प्रभु से जुग जुग जीये सदा भाई मेरा
कभी ना आए कोई संकट लगा रहे सदा खुशियों का डेरा।