बेवफ़ा सनम
बेवफ़ा सनम
मैंने मुहब्बत का एक
हसीन ख्वाब देखा था
तुम इस कदर भुला दोगे
कभी सोचा न था
मेरी मुहब्बत में क्या
कमी थी सनम
जो तुमने हमसे
बेवफाई की मेरे जानेमन
बेवफ़ाई ही करनी थी
तो प्यार क्यों किया
सिर्फ एक बार आकर
बता दो पिया
एक बार तुमने प्यार का
इज़हार किया था
और मैंने भी उस प्यार का
इकरार किया था
अब ऐसी क्या मजबूरी है
ए मेरे दिलबर
जो तुम प्यार करने से
घबराते हो
मिलने से कतराते हो
नैन मिलाने से शरमाते हो।