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Govardhan Bisen 'Gokul'

Classics

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Govardhan Bisen 'Gokul'

Classics

बेटी किंमती खजिना

बेटी किंमती खजिना

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मोरी बेटी से दुलारी

मोला प्राणदून प्यारी |

घर जब आयी होती

गुंजी होती किलकारी ||१||


मोरो न्हानसी परीको

नाव ठेयेव रिनल |

येन नावलक मोला

भेटजासे आत्मबल ||२||


फुलजसी या कोमल 

पुरो घरं चहकसे |

गुण सिखकर नवा 

समाजमा महकसे ||३||


मोरो खयाल ठेवसे

मोरो तब्येतकी सदा |

घड़ी घड़ी या सांगसे

मोला नियम कायदा ||४||


बेटी किंमती खजिना

मोरो घरको सन्मान |

दिसं नही घड़ीभर 

घर लगसे विरान ||५||


जब होय जाये बिह्या

कसा दिवस काटून |

याद आये बेटीकी तं

वला भेटन जावून ||६||



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