बेखबर
बेखबर
रह गई चाहतें अधूरी सनम,
पर मोहबबत न हुई कम।
बसा सके न दुनिया सनम,
भूला भी न सके तेरी कसम।
अब तो बिन फेरे हम तेरे जानम,
दुनिया से होके बेखबर।
माना कि ये संसार है बेरहम ,
प्रेम की हमारे बदल दी डगर।
रिवाजो के तोड़ के बंधन,
रूह की हमारे हुई है मिलन।
अब तो बिन फेरे हम तेरे जानम,
दुनिया से होके बेखबर।