बेफ़िक्र ज़िंदगी
बेफ़िक्र ज़िंदगी
तारों की छाँव हो,
नदिया में पाँव हो,
हवा सी अठखेलियां हो,
संग सखी और सहेलियाँ हो,
अल्ल्हड़पन की पहेलियाँ हो,
शरारतों पे तालियाँ हो,
झूलों से झुकी डालियाँ हो,
बेफ़िक्र ज़िंदगी की हमारे नाम
भी कुछ निशनियाँ हो ....।
तारों की छाँव हो,
नदिया में पाँव हो,
हवा सी अठखेलियां हो,
संग सखी और सहेलियाँ हो,
अल्ल्हड़पन की पहेलियाँ हो,
शरारतों पे तालियाँ हो,
झूलों से झुकी डालियाँ हो,
बेफ़िक्र ज़िंदगी की हमारे नाम
भी कुछ निशनियाँ हो ....।