बदलता व्यवहार
बदलता व्यवहार
आमने - सामने बातचीत का जैसे दौर गुज़र गया,
ह्वाट्सऐप ने बोल चाल को नया अंदाज़ दिया |
*जन्म* की बधाई से लेकर दुख प्रकट करने तक,
इमोजी हर मौक़े की उपलब्ध है... जो शब्दों की भी करे बचत |
मोबाइल के संदेशों में अभाव है भावनाओं का,
कहने व समझने में मतलब बदल जाता है *अल्फाजों* का |
सब व्यावहारिक हो रहे हैं... आसान समाधान ढूंढ रहे हैं...
*गूगल और ChatGPT* के सहारे ज़िंदगी चला रहे हैं |
कमजोर होगा दिमाग़ गर कम करोगे इस्तेमाल,
फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से क्यों मचाते हो बवाल?
