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Vivek Gulati

Abstract Others

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Vivek Gulati

Abstract Others

बदलता व्यवहार

बदलता व्यवहार

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आमने - सामने बातचीत का जैसे दौर गुज़र गया,

ह्वाट्सऐप ने बोल चाल को नया अंदाज़ दिया |


*जन्म* की बधाई से लेकर दुख प्रकट करने तक,

इमोजी हर मौक़े की उपलब्ध है... जो शब्दों की भी करे बचत |


मोबाइल के संदेशों में अभाव है भावनाओं का,

कहने व समझने में मतलब बदल जाता है *अल्फाजों* का |


सब व्यावहारिक हो रहे हैं... आसान समाधान ढूंढ रहे हैं...

*गूगल और ChatGPT* के सहारे ज़िंदगी चला रहे हैं |


कमजोर होगा दिमाग़ गर कम करोगे इस्तेमाल,

फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से क्यों मचाते हो बवाल?


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