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Sunil Kumar

Abstract

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Sunil Kumar

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पुरुषोत्तम श्रीराम

पुरुषोत्तम श्रीराम

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चैत्र मास नवमी तिथि 

पावन अयोध्या धाम 

राजा दशरथ के भवन 

जन्मे प्रभु श्रीराम।


जन्म से जिनके धन्य हुआ

सकल अयोध्या धाम

श्री राम था उनका नाम।


माता-पिता-गुरु सेवा कर 

जग में पाए यश महान

श्री राम था उनका नाम।


प्रेम-बंधुत्व की कायम की 

जग में अमिट मिसाल

स्वयंवर में शिव धनुष तोड़ 

रचाया सिया संग विवाह

श्री राम था उनका नाम।


पिता का वचन निभाने को 

काटा चौदह बरस वनवास 

कीर्ति पताका फहरी जिनकी

देखो सकल ब्रह्मांड

श्री राम था उनका नाम।


सुर- नर- मुनि जन सब 

करते जिनका गुणगान

सुमिरन से जिनके कटते 

सबके दुःख-संताप

श्री राम है उनका नाम। 


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