Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

हरि शंकर गोयल

Abstract Inspirational

4  

हरि शंकर गोयल

Abstract Inspirational

जय जय राजस्थान

जय जय राजस्थान

9 mins
433


आओ,आज सुनाऊं सबको गाथा राजस्थान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 

ये है अपना भरतपुर जो सिंहद्वार कहलाता है 

राजा सूरजमल की गाथा बच्चा बच्चा गाता है 

ब्रज चौरासी के पावन क्षेत्रों में ये भी आता है 

"लोहागढ" के नाम से ये दुनिया में जाना जाता है 

डीग के सुंदर महल सुनाते बातां इसकी शान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 

आगे बढते हैं तब आता जिला धौलपुर प्यारा है 

चंबल के बीहड़ में पनपा जनजीवन यहां सारा है 

"मुचकुंद गुफा" में कालयवन श्रीकृष्ण प्रभु से हारा है 

"बलुआ पत्थर" ने मुगलों का स्थापत्य निखारा है 

बाड़ी सरमथुरा के जोशीले वीरों की आन की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 

"जगरौटी" के नाम से जाना जाता जिला करौली है 

सबके मन को भाने वाली मीठी यहां की बोली है 

कैला मैया के आंगन में "लांगुरिया" की टोली है 

"मदन मोहन" महाराज ने भर दी सब भक्तों की झोली है 

श्री महावीर जी करें कृपा अब सकल विश्व कल्यान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 

हठी हम्मीर ने खिलजी को रणथम्भौर में दम दिखलाया है 

टाइगर सेंक्चुरी ने सवाई, माधोपुर चमकाया है 

"अमरेश्वर महादेव" से झरनों ने अमृत बरसाया है 

रणथ भंवर के राजा ने घर घर से न्यौता पाया है 

घुश्मेश्वर महादेव चौथ माता के पर्व पुरान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 4 

कछवाहों की नगरी दौसा के कहते इतिहास को 

आभानेरी बावड़ी के, अतुलित शिल्प विकास को 

मेंहदीपुर बालाजी हरते जन जन के संताप को 

सिकंदरा की कला ने चमकाया पत्थर व्यवसाय को 

पीली लूगड़ी सिंबल बन गई मीणा के पहचान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान। । 5 

पिंकसिटी कहते हैं जिसको जयपुर शहर विशाल है 

जयगढ नाहरगढ आमेर के महलों से ये मालामाल है 

जंतर-मंतर हवामहल का शिल्प बहुत कमाल है 

फीणी घेवर रबड़ी से आ जाता यहां भूचाल है 

शिलालेख बैराठ का कहता गाथा अशोक महान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 6 

राठ और मेवात मिलाकर मत्स्य क्षेत्र कहलाता है 

जगन्नाथ , पाण्डुपोल भर्तहरि मंदिर इसमें आता है 

बहरोड़ नीमराणा भिवाड़ी उद्योगों को भाता है 

मिल्क केक अलवर का पूरा भारत मिलकर खाता है 

चंद्रप्रभु का धाम तिजारा औद्योगिक चौपानकी 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान । । 7 

झुंझुनू जबर लड़ाका घर घर वीर जवान पनपता है 

नवलगढ की हवेलियों से वैभव खूब झलकता है 

खेतड़ी के तांबे के दम पर पूरा जिला दमकता है 

राजनीति, शिक्षा, नौकरी सब में अग्रणी रहता है 

बिट्स पिलानी में पढती है मेधा सकल जहान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान । । 8 

खाटू नरेश की नगरी पावन सबके मन को भाती है 

"जीण माता" सब जनता पर आशीर्वाद लुटाती है 

फतेहपुर की हवेलियां जन जन का मन ललचाती हैं 

राजनीति की गंगा चलकर खुद सीकर में आती है 

लक्षमणगढ का मोदी कॉलेज, जगह महिला उत्थान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 9 

गर्मी में अति गर्म और सर्दी में पारा जम जाता 

मरु भूमि में बसा हुआ यह चूरू जिला है कहलाता 

रतनगढ की हवेलियों का शिल्प सभी के मन भाता 

सालासर के बालाजी के दर्शन को जन जन जाता 

गूंज रही है महिमा वीर जवानों के बलिदान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 10 

भटनेर किला इतिहास में था अब हनुमान गढ कहलाता 

नरमा और कपास के कारण जग में यह ख्याति पाता 

कालीबंगा का इतिहास हड़प्पा संस्कृति तक जाता 

नहरों से जन जीवन पलता नहरों से वैभव आता 

कण कण से आ रही है खुशबू खेत और खलिहान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 11 

पाकिस्तान की सीमा पर प्रहरी बनकर रक्षा करता 

गंगासिंह महाराज यहां के जन जन के दिल में बसता 

पंजाबी कल्चर में रमता गंगानगर जिला दिखता 

किन्नू के रस से सिंचित हर खेत किसान यहां दिखता 

यहां किसान लगा देता है बाजी अपनी जान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 12 

बीकानेर जिला अलमस्त है राजस्थान की शान है 

कोलायत कपिलेश्वर मुनि का आश्रम है अभिमान है 

देशनोक करणी माता का नयनाभिराम स्थान है 

महल लालगढ कुदरत का एक अनुपम शिल्प विधान है 

होली के रंगों में झलके मस्ती वृद्ध जवान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 13 

नागवंशी राजाओं का नागौर जिला कहलाता है 

ढाणी और धोरों में जन जीवन यहां पे मुस्काता है 

मकराने का संगमरमर यहां से देश विदेश को जाता है 

मीरा के कारण मेड़ता को सम्मान से देखा जाता है 

लोक देवता तेजा जी की श्रद्धा और सन्मान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 14 

मारवाड़ में बसा जोधपुर जोधा ने बनवाया था 

सफेद पत्थर के कारण सूर्य नगरी दर्जा पाया था 

जोधपुरी साफा सूट ने देश में नाम कमाया था 

मिर्च बड़ा माखणिया लस्सी, ने जलवा दिखलाया था 

यहां लगा दी जसवंत सिंह ने बाजी अपनी जान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान । । 15 

अगर देखना है मरुधर तो जैसलमेर चले जाओ 

सोने की सी आभा का "सोनार किला" यहां पाओ 

सम के धोरे बीच बैठ अलगोजों का आनंद पाओ 

पटवों की हवेली से जन्नत जैसा यहां सुख पाओ 

घर घर गूंज रही है महिमा रामदेव भगवान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 16 

रिफाइनरी के आने से बाड़मेर की काया पलट रही 

बंजर धरती थी जो कभी अब वो भी सोना उगल रही

गुढामलानी चौहटन में जीरे की खुशबू बिखर रही 

बालोतरा के प्रिंट की ख्याति पूरे जग में उभर रही 

दुर्ग सिवाना कथा सुनावै रजपूती अभिमान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 17 

ग्रेनाइट नगरी के नाम से जालोर शहर मशहूर है 

गुजराती सीमा से लगता जिला बहुत ही दूर है 

"माघ" महाकवि की वह नगरी भीनमाल मशहूर है 

पथमेड़ा गौशाला से गायों की रक्षा जरूर है 

जौहर की लपटों में खिलती जैतल के बलिदान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 18 

राजस्थान का शिमला "आबू" सिरोही जिले में आता है 

नक्की झील , देलवाड़ा का सौन्दर्य सभी को भाता है 

ब्रह्म कुमारी आश्रम में आध्यात्म उतर कर आता है 

खनिज उत्खनन में पिंडवाड़ा अपना मुकाम बनाता है 

अर्बुदांचल कथा सुनावै शिवजी के वरदान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 19 

मैनचेस्टर है राजस्थान का पाली इसको कहते हैं 

लेपर्ड सफारी करने को सब पाली भागते रहते हैं 

गुलाब हलवे की मिठास और पापड़ सबको जंचते हैं 

सोजत की मेंहदी से ललनाओं के हाथ महकते हैं 

जैतारण ने धूल चटा दी सूरी के अभिमान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 20 

झीलों की नगरी के नाम से उदयपूर जाना जाता 

महाराणाओं का इतिहास सिटी पैलेस है बतलाता 

फतेहसागर लेक पिछोला से है नैसर्गिक आनंद आता 

शाही शादी करने का तो मजा यहीं है बस आता 

सहेलियों की बाड़ी के फव्वारों के गुमान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 22 

डूंगर डूंगरियों के कारण डूंगरपुर कहलाता है 

सोम और माही नदियों का जल इसको नहलाता है 

धाम बेणेश्वर राजस्थान का प्रयागराज कहलाता है 

भील गरासिया जनजाति का ये गढ माना जाता है 

महुआ के फूलों से सजता यौवन धन सन्मान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 23 

2008 में प्रतापगढ तेंतीसवां जिला बनाया था 

अरावली श्रेणी को मालवा के पठार से मिलाया था 

वागड़ के संग मेवाड़ी संस्कृति ने अधिपत्य जमाया था 

यहां की हींग ने राजस्थान को अद्भुत ही महकाया था 

अफीम उगाकर समृद्धि पाते हुए किसान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान। । 24 

वीरों का यह मुकुट राजपूताने की यह आन है 

जौहर की ज्वाला में जल गई पद्मावती महान है 

विजय स्तंभ का शौर्य पराक्रम यह मेवाड़ी शान है 

जयमल फत्ता गोरा बादल गढ चित्तौड़ की जान है 

कण कण चमक रही है माटी पन्ना के कुरबान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 25 

राजसमंद झील के कारण राजसमंद कहाता है 

श्रीनाथ जी का धाम यहां नाथद्वारा में ही आता है 

कुंभलगढ का किला गीत महाराणाओं के गाता है 

हल्दीघाटी पावन धाम पे हर कोई शीश नवाता है 

नौ चौकी पर शूटिंग होती अपने फिल्मिस्तान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 26 

पृथ्वीराज चव्हाण की नगरी उसकी तब रजधानी थी 

ब्रह्मा जी के मंदिर पुष्कर तीरथ की कहानी थी 

मालपुआ, गुलकंद सोनहलवा की मीठी जुबानी थी 

ख्वाजा की दरगाह जैन मंदिर से वो सम्मानी थी 

मार्बल मंडी किशनगढ और ब्यावर के योगदान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 27 

बनास नदी के दक्षिण में तो शहर टोंक ही बसता है 

जिसकी बजरी से घर आंगन ऑफिस बंगला बनता है 

बीसलपुर के पानी से जयपुर को जीवन मिलता है 

डिगीपुरी के राजा का सावन में मेला सजता है 

टोड़ा की बावड़ी सुनाये हाड़ी रानी के बलिदान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 28 

जिसे वस्त्र नगरी कहते हैं भीलवाड़ा विख्यात है 

भीलों के बलिदान से सिंचित इसको गौरव प्राप्त है 

कोटड़ी वाले चारभुजा जी, हरते सब संताप हैं 

बिजौलिया के पथिक का आंदोलन सर्व विख्यात है 

सुखाड़िया जी ने किस्मत बदली अपने राजस्थान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 29 

चित्रकला शैली बूंदी की अद्भुत बेमिसाल है 

धान मटर की खेती से यह जिला बहुत खुशहाल है 

केशोराय पाटन का विष्णु मंदिर बहुत विशाल है 

इन्दरगढ की माता का मेला लगता हर साल है 

अमरूदों की महक से टपके लार हरेक इंसान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 30 

बंसल और ऐलन ने कोटा को पहचान दिलाई है 

हाड़ौती की ये रजधानी "शिक्षा नगरी" कहाई है 

कोटा कचौरी डोरिया साड़ी ने क्या धूम मचाई है 

चंबल के वरदान से हाड़ौती पूरी सरसाई है 

डॉक्टर इंजीनियर बनाने वाले ज्ञान के खान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 31 

काली सिंध पार्वती परवन नदियां जहां पे बहती है 

मांगरोल की खादी सब लोगों के तन पे सजती है 

भण्ड देवरा के अवशेषों से समृद्धि झलकती है 

शाहबाद केलवाड़ा वन में जाति सहरिया रहती है 

बांरा जिला फसल उपजाता सोया धनिया धान की 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 32 

झाला सरदारों ने बसाया झालावाड़ निराला है 

गागरौन सा फोर्ट यहां का अलबेला मतवाला है 

चांदखेड़ी के आदिनाथ से दूर दराज उजाला है 

संतरा और मौसम्मी की खेती ने घर भर डाला है 

यहां की माटी के कण कण में बसते राम जानकी 

यह धरती है मीरा की और वीर प्रताप महान की 

जय जय राजस्थान । जय जय राजस्थान ।। 33 


गणतंत्र दिवस पर हार्दिक बधाई और अभिनंदन 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract