मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
मुस्कराहट ख़ुश कर देती,
आशा जगाती...दिल को भाती |
क्या वो दिल से है निकली,
या यह मुस्कुराहट है नक़ली |
कई ग़म है छुपाती,
दिल का हाल बताती |
व्यक्तित्व को आकर्षक बनाए,
चेहरे को चार चांद लगाए,
क्या वह पलटेगी और मुस्कुराएगी,
इसी में जवानी ही निकल जाए |
कोई इससे अपना उल्लू सीधा करवाए,
मुस्कुराहट ऐसी भी, जो आप को रुलाए |
पत्थर पिघलाए, बिगड़ी बात बनाए,
जादू है इसमें, अँधेरा भी दूर भगाए |
