बड़े सुहाने है जीवन के दिन
बड़े सुहाने है जीवन के दिन
बड़े सुहानी है जीवन के दिन,
निर्भर करता है हमारी सोच पर।
जैसा हम सोचेंगे वैसा ही हम पाएंँगे
संतुष्ट रह जीवन अपना बिताएँगे।
बिना मेहनत आगे बढ़ पाना मुश्किल,
सोच को सकारात्मक रखकर ही मुमकिन।
खुद पर विश्वास कर आगे बढ़ो,
मुझे लगता है दिन सुहाने ही होंगे।
समय कभी एक सा नहीं रहता
दुख है तो सुख आ ही जाता है।
बात मन को समझाने की होती है
अपनी चादर से बाहर पैर न फैलाओ।
जो प्राप्त है, वह पर्याप्त है,
मानकर चलें तो सुख ही सुख है।
इतने में हमें काम चलाना है, करना है,
कोई भी कष्ट होने की उम्मीद ही नहीं है।
मेहनत खुद की गर करें विश्वास,
सुहाने दिनों की रहेगी सदा आस।
सकारात्मक सोच से सब पाया जा सकता,
श्रम करने वालों की कभी हार नहीं होती।
मुसीबतों को जो पार कर जाता है
सफलता उसके कदम चूमती है।
अपनी अतृप्त इच्छाओं को और न बढ़ाओ,
जो है उसमें संतुष्ट रहना सीख जाओ।
जीवन में दिन हमेशा सुहाने आएँगे
स्वर्ग का सुख यहीं पा जाएँगे।
सोच अगर हो जाएगी सकारात्मक
इच्छाएँ अपने आप हो जाएँगी संयत।
अपने जीवन को नियमित,लगन से बनाते हैं,
वह हमेशा खुशियाँ ही पाते हैं।
अपनी मेहनत से पाई हर चीज मीठी होती है,
मेहनत का पसीना व गाढ़ी कमाई मिली होती है।
दूसरों ने क्या पाया,क्यों पाया,कितना पाया?
अगर सोचते रहे तो जिंदगी पतझड़ है।
दोस्तों जिंदगी बहुत खूबसूरत है,
दिल से जियो, जितना है उसमें खुश रहो।
अपनी क्षमता के अनुसार खूब मेहनत करो,
जीवन में आगे बढ़ते जाओ।
सच कहूँ, जीवन सुहाना हो जाएगा,
हर दिन मनभावना बन जाएगा।
