STORYMIRROR

kacha jagdish

Children

4  

kacha jagdish

Children

बच्चे

बच्चे

1 min
300

बच्चे तो होते हैं माता पिता की छाया 


माता के दुलार 

और

पिता के प्यार की माया

बच्चे तो होते है माता पिता की छाया


बचपन में दुलारे वो

उसके बाद चलना सिखाये वो

चलते चलते गिरने से बचाये वो

बच्चे तो होते है माता पिता की छाया


बच्चे जो करे शैतानी, 

जो ना माने कहने 

सख्त हो के उसे समझाते 

बच्चे तो होते है माता पिता की छाया 


कभी मीठे बोल, 

कभी कड़वे बोल से

करते उसकी परवरिश

बच्चे तो होते है माता पिता की छाया


माता संभाले उसके संस्कार

पिता संभाले उसके व्यवहार

बच्चे तो होते है माता पिता की छाया


बच्चे तो होते है माता पिता की छाया

दोनों मिल के लुटाये उस पे बहुत सारा प्यार


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Children