बच्चे
बच्चे
बच्चे तो होते हैं माता पिता की छाया
माता के दुलार
और
पिता के प्यार की माया
बच्चे तो होते है माता पिता की छाया
बचपन में दुलारे वो
उसके बाद चलना सिखाये वो
चलते चलते गिरने से बचाये वो
बच्चे तो होते है माता पिता की छाया
बच्चे जो करे शैतानी,
जो ना माने कहने
सख्त हो के उसे समझाते
बच्चे तो होते है माता पिता की छाया
कभी मीठे बोल,
कभी कड़वे बोल से
करते उसकी परवरिश
बच्चे तो होते है माता पिता की छाया
माता संभाले उसके संस्कार
पिता संभाले उसके व्यवहार
बच्चे तो होते है माता पिता की छाया
बच्चे तो होते है माता पिता की छाया
दोनों मिल के लुटाये उस पे बहुत सारा प्यार।
