बच्चे
बच्चे
समाचार पत्र में पढ़ा
एम. बी. बी. एस के एक बच्चे
ने फाँसी लगा कर जान दी..
कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल
संगी-साथी लाश को लेकर धरने पर बैठ गये..
माँ. -बाप पर क्या बीत रही
कोई सोच नहीं पा रहा..
कितने जतन से पाल-पोस कर
इतना बड़ा किया..
ऐसी क्या परेशानी थी जिसका
समाधान न था..
जो इन जान देना ही उचित समझा
कारण जो भी हो..
तू तो चला गया अपनी जिन्दगी जी के
ये जो माँ-बाप है कैसे ढोएंगे
अपने आप को जिन्दा लाश की तरह..
कुछ तो सोचा होता बच्चे तूने
ऐसा कदम उठाने से पहले..!!