बच्चे- इरादा नेक इंसान का
बच्चे- इरादा नेक इंसान का
बच्चे हैं यह पर है यह भविष्य निर्माता
फूल बनने दो इन्हें सुगंधित प्रफुल्लित मुगन्धित
बच्चे हैं इन्हें अपने रंग में रंगने दो
बच्चे हैं इन्हें सांचो में खुद ही ढलने दो
बच्चे हैं इन्हें अपना बचपन जीने दो
उन्माद होकर मस्त हवा में जीने दो
ना लगाओ इन पर कोई लगाम
इन्हें अपने संरक्षण अपनी निगरानी में
इन्हें खुली हवा में उड़ने दो
लड़खड़ाए कदमों से चलना इन्हें सीखने दो
सहारा बनकर इनका पर आत्मनिर्भर इन्हें बनने दो
शिक्षित करो संस्कारी बनाओ
जीवन में इनका महत्व इन्हें खुद ही सीखने दो
ना बनाओ इन पर किसी प्रकार का दबाव
जीवन का इम्तहान इन्हें खुद ही देने दो
हार-जीत, सही गलत, अमीर गरीब का भेद बताकर
इरादा एक नेक इंसान का बीजारोपण कर
इन्हें एक नेक इंसान बनने दो।।
