हमारे 'हीरो' : पिताजी...
हमारे 'हीरो' : पिताजी...
वे किसी चलचित्र के
स्वनामधन्य 'हीरो' नहीं ,
हमारे पिताजी तो
असल ज़िंदगी में 'हीरो' हैं !!!
उन्होंने हमें हमेशा
बेईमानी-हिंसा-द्वेषपूर्ण भाव
और बेफिज़ूल बातों से दूर रखा ...!
उन्हें अपने भोलेपन और
अच्छाइयों से गर्व है ...
उन्होंने कभी अन्याय एवं
अविचार के आगे घुटने नहीं टेके ...।
अपने केंद्रीय सरकार की
सेवा में उन्होंने
कभी किसी भी परिस्थिति में
अपना आत्मविश्वास नहीं छोड़ा ...
आज वो सेवानिवृत्त
होने के बावजूद भी
अपने 'अटल इरादे' पर
एकनिष्ठता से कायम हैं ...!
ऐसे व्यक्तित्व हैं हमारे पापा जी,
जिनकी 'ईमानदारी की मिसाल'
आज भी उन्हें
करीब से जानने वाले लोग
सगर्व दिया करते हैं ...!
हाँ, मेरे पिताजी
किसी चलचित्र के
स्वनामधन्य 'हीरो' नहीं ,
वे तो अपनी असल ज़िंदगी में
'हीरो' हैं ।
अपने आम जीवनशैली में
कुछ खास करने को
सदैव तत्पर हैं ...
ऐसे ही हमारे पिताजी
हमारे 'हीरो' नहीं बने ;
उन्होंने अपने दृढ़ संकल्पित
कार्य पद्धति से
हम सबको सुसंगठित
एवं अनुप्रेरित किया ...
हे पूज्य पिताजी
श्री नरेन्द्र कुमार तपादार जी,
आपको शत्-शत् प्रणाम !!!
