STORYMIRROR

Rajendra Jat

Action Inspirational

4  

Rajendra Jat

Action Inspirational

अस्पताल

अस्पताल

1 min
365

अस्पताल, "जीवन या मृत्यु" का द्वार..

कोई जीतता यहाँ और कोई जाता हार।


चकाचौंध रोशनी यहाँ पर दिलों में छाया अँधियारा,

खीजता और टूटता मन, जब होता बेचारा.


तरसती निगाहें खोजती देवदूत,

कोई पा जाता और किसी को होते नसीब यमदूत.

देखकर मरीजों को, रोते बिलखते उनके परिजनों को,

मानवता की याद दिलाता पर मोह माया का रुला देता


खुशियों की सौगात यहीं, दुखों का अम्बार यहीं

मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर यहीं

तो श्मशान और कब्रिस्तान भी यहीं


अस्पताल, "जीवन या मृत्यु" का द्वार..

कोई जीतता यहाँ और कोई जाता हार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action