अरेंज मैरिज करके।
अरेंज मैरिज करके।
अरेंज मैरिज करके गुनाह बड़ा कर दिया,
उम्र में बड़ी हमसे तो भी समझौता किया।
मेरे ससुर ने सच में कन्यादान नहीं किया,
इतनी घृणा करते कि जीवन बर्बाद किया।
झूठा दहेज़ का इल्ज़ाम लगा बदनाम कर,
बेटी को ढाई साल हमारे से दूर रखा गया।
घर में दो बेटे और एक बेटी के पिता सदा,
दोनों बेटे शारीरिक रूप से अपाहिज़ हुए।
बड़े बेटे को पैरों से पोलियो मार गया था,
छोटे बेटा दुर्घटना में ज़्यादा जल गया था।
हँसते-खेलते हमारे मध्यम वर्ग परिवार में,
हम सभी की ज़िंदगी को नरक बना दिया।
आज लगभग बीस साल हो गए शादी को,
घमंड ससुर से ले कर पत्नी का क़ायम है।
पिछले साल 15फरवरी सास पूरी हो गई,
उनके संस्कार में मुझे आने ना दिया गया।
पत्नी बेशक मेरे साथ अभी तक रहती ही,
पर अब तक उन पर भरोसा नहीं हुआ है।
इतना भरोसा मेरे लिए सबसे लड़ सकती,
बस अपने घमंडी बाप से लड़ नहीं सकती।
बाप ने कन्यादान ना किया वजह पता ना,
लोग जो वजह बताते वो शर्मनाक ज़्यादा।
घनघोर कलयुग बहुत तो व्यभिचार बहुत,
पवित्र रिश्ते पर पाप का रंग अब चढ़ रहा।