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Zuhair Abbas

Tragedy

5.0  

Zuhair Abbas

Tragedy

अपनो से हुए पराए

अपनो से हुए पराए

1 min
247


मैं भुला नहीं मगर याद करने को अब रहा क्या है

जिसे लौटना ही नहीं उसकी

उम्मीद से मुझे वास्ता क्या है।


वो जो बे-सबब वादे मुहब्बत के तोड़े चला गया

मुझे ऐसे शख्स से अब गिला क्या है।


उसने कभी समझने की कोशिश ही ना कि

मुझे खुद से दो पल में पराया कर दिया

मगर कभी जान ना सका मेरी मोहब्बत क्या है।


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