अंगड़ाई ली भारत
अंगड़ाई ली भारत
अंगड़ाई तो ली
नहीं हो पाया जो कभी
नहीं सुना सका जो कभी
न देखा सका था न जाना पाया था
देखा अब के शासन में
होते हुए परिवर्तन
हटते हुए तीन सौ सत्तर
मिटाते हुए तीन तलाक़
भारतवर्ष में !
हजारों वर्ष के सपने साकार होते हुए देखा
दिव्य राम मंदिर इस पापी नेत्र ने देखा
प्राण-प्रतिष्ठा गर्भगृह में
आराध्या प्रभु राम का
बाईस जनवरी
अयोध्या धाम में !
