अंधविश्वास
अंधविश्वास
तथ्यों के विपरीत बिना तर्क जो सोचते है ।
अंधविश्वास में फिर दुनिया को कोसते हैं ।
धर्म में पाखंड जोड़ अंधविश्वास न फैलायें ।
जीवन को अपने विज्ञान ज्ञान से सजायें।
सबसे बड़ा धर्म दया प्रेम स्नेह सेवा भाव है ।
आज जग में चहुं ओर इन्हीं का अभाव है ।
चमत्कार को नमस्कार दुनिया में हो रहा ।
अंधविश्वास हर संप्रदाय में फल फूल रहा ।
बातें करते चांद की नीबू मिर्च तीन टांगते ।
चला विवेक कैंची अंधविश्वास को काटते ।
आंख के अंधे नाम नैनसुख अन्तर्चक्षु खोलो ।
भरी दुपहरी छले जा रहे कुछ तो बोलो।
अकर्मण्यता, भाग्यवादिता अभिशाप है
भय से ही उपजता देखो अंधविश्वास है।